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लेखनी प्रतियोगिता -23-Jun-2023 "अंतिम रात "

       "अंतिम रात"

अंतिम रात है मेरी करूं तो क्या करूं अब मैं
मिलूँ किससे और किसको ख़ुद से जुदा करूं अब मैं
लिए अभिलाषा बैठी हूं रोकूं कैसे धड़कनों को अब मैं
बहुत सा काम करना है बहुत के काम आना है अब...!! 

मगर इन धड़कनों का क्या यह तो कोहराम मचा बैठी 
भला कैसे मैं निपताऊं अंतिम रात में काम सारे
तबाही छाई चारों ओर है अधूरे काम है सारे
मुझे मिलना उन अपनों से जो मुझसे नाराज बैठे...!!

दर्द अपना सुनाना है अहा उनकी भी सुननी है
मगर यह रात अंतिम है मिलन होगा यह कैसे मुमकिन
दूर है वो बहुत मुझसे मैं यहाँ तन्हा अकेली हूं
अंतिम रात को मुझको बीते दिनों की सब कहानी सुनानी है...!! 

मेरे यारों से भी कह दो उन्हें भी इतला ज़रा कर दी जाएं
मेरी ये रात अंतिम है मुझसे वो मिलने आ जाएं
ख्वाहिशें तोड़ रही है दम कोई इनको संभालने आ जाए
प्यासा मन मेरा कहीं मुझको छोड़ के ना चला जाएं....!! 

खबर कर दो मेरे हमदम को भी कि उसकी जान जाने वाली है
यह अंतिम रात है उसकी विदाई उसकी होने वाली है
सुनकर हाल यह मेरा वो दौड़ता भागता चला आएगा
लगाएगा वो मुझे अपने दिल से तब मुझे आराम आएगा...!! 

मैं रख के गोद में सर उसके अंतिम रात बिताऊंगी
धड़कनों की सदा सुनकर मैं दिल अपना वहलाऊंगी
है बस ख्वाहिश इतनी सी इसे मै पूरा कर जाऊंगी
लगके अपनों के गले से मैं अंतिम रात बताऊंगी....!!

मधु गुप्ता "अपराजिता"



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10 Comments

madhura

29-Jun-2023 04:37 PM

nicee

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Thank you so much🙏🙏

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Punam verma

24-Jun-2023 07:41 AM

Very nice

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Thank you so much🙏🙏

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बहुत सुंदर और सार्थक अभिव्यक्ति

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तहे दिल से शुक्रिया और धन्यवाद🙏🙏

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